श्रीमद्भागवत कथा में भारतीय धर्म और संस्कृति का समावेश है। श्रद्धालु श्रोताओं को भागवत कथा प्रथम दिन से ही सुनने की जरूरत है। आवश्यकता सिर्फ इस बात की है
कि कथा प्रागंण में आने के पूर्व अपने आचरण को पूरी तरह पवित्र बना लें। शुद्ध मन से कथा का श्रवण करें मोक्ष का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
उक्त बातें गोशाला में आयोजित भागवत कथा के पहले दिन वृंदावन से पधारी कृष्ण प्रिया जी महाराज ने कही। सात दिवसीय कथा का आयोजन जगदगुरु सेवा
समिति की ओर से किया जा रहा है। कृष्ण प्रिया जी महाराज ने कहा कि धर्म के साथ समाज सेवा का दायित्व हर किसी के लिए परम आवश्यक है।
Facing issue in account approval? email us at info@ipt.pw
Log in to comment or register here.